This poem expresses father's feelings , expectations towards his son. His unexpressed feelings are u... This poem expresses father's feelings , expectations towards his son. His unexpr...
पितृ शक्ति को, जिन्दगी में सबसे ऊंचा, इनका स्थान है। पितृ शक्ति को, जिन्दगी में सबसे ऊंचा, इनका स्थान है।
कभी चलता था पूरे घर का खर्चा जिस अकेले की तनख़्वाह से .................... कभी चलता था पूरे घर का खर्चा जिस अकेले की तनख़्वाह से ....................
जो खुद तकलीफ में रहकर, बच्चों की हर ज़रूरत पूरी करता है वो पिता है...! जो खुद तकलीफ में रहकर, बच्चों की हर ज़रूरत पूरी करता है वो पिता है...!
तुम्हारे हाथों का स्पर्श अब भी मेरी तुम्हारे हाथों का स्पर्श अब भी मेरी
पापा की हथेलियां थपकी स्नेह की जब भी कभी कदम डगमगाये हौसले से उनके आने वाला पल मुस्कराये ! पापा की हथेलियां थपकी स्नेह की जब भी कभी कदम डगमगाये हौसले से उनके आने वाला ...